MAA
ममता का आंचल है वो
आँखों का काजल है वो
जन्नत है जिसकी गोद में
खुशियों का आंगन है वो
हमारी खुशी के लिये
दिन रात एक कर देती है वो
आ जायें अगर हमारी आँखों में आसू
तो जमीन आसमान एक कर देती ह़ै वो
सिखाती है वो
नन्हे कदमो को चलना,
उठना और गिर कर भी संभलना
उसके होते हुए
ये दिल कभी नहीं घबराया है
क्यूंकि हर मुश्किल घड़ी में भी
हमेशा उसे अपने साथ खड़ा पाया है
जिसकी डांट में भी प्यार है
उसके जैसा कहा कोई दिलदार है
सपने बुनना सिखाती है वो
और हमारे सपने पूरे करने के लिये
अपने ही सपने भूल जाती है वो
जो बिन कहे
सब कुछ जान जाती है
अपनी आंख के तारे के लिये
जी जान लुटाती है
वो माँ कहलाती है